डायल टेस्ट इंडिकेटर(Dial Test Indicator):-
यह एक अति सूक्ष्म मापी यंत्र है जिसका उपयोग तुलनात्मक अध्ययन करने के लिए किया जाता है। इसके द्वारा स्केल की तरह सीधे माप नहीं लिया जा सकता है। यह किसी कार्य खंड के पृष्ठों की समतलता सामान्तरता आदि का निरीक्षण करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे डायल गेज के नाम से भी जाना जाता है।

डायल टेस्ट इंडिकेटर
निम्न कार्यों में प्रयोग किया जाता है-
1. जॉब की सतह की समतलता की
जाँच करना।
2. किसी जॉब की समांतरता की
जाँच करना।
3. किसी जॉब का टेपर चेक
करना।
4. सिलेंड्रीकल जॉब की
गोलाई चेक करना।
5. जॉब की सीधापन चेक करना।
6. साइन बार से टेपर एंगल
निकालने के लिए।
सिद्धांत- डायल टेस्ट इंडिकेटर
रैंक और पिनियन के सिद्धांत पर कार्य करता है। इसमें रैंक और पिनियन के द्वारा साइज के अंतर को यांत्रिक
विधि (mechanical
process) द्वारा बड़ा करके डायल पर दिखाया जाता है।
डायल
टेस्ट इंडिकेटर के प्रकार- यह दो प्रकार के होते हैं।
1. प्लन्जर टाइप(Plunger
Type)
2. लिवर टाइप(Lever Type)
1. प्लन्जर
टाइप डायल टेस्ट इंडिकेटर (plunger type dial
test indicator)-
प्लन्जर
टाइप डायल टेस्ट इंडिकेटर एक साधारण डायल टेस्ट इंडिकेटर होता है ऊपर दिखाए गए सभी
भाग प्लन्जर टाइप डायल टेस्ट इंडिकेटर की ही भाग है|
2. लीवर टाइप डायल टेस्ट इंडिकेटर(lever
type dial test indicator)-
इस प्रकार का डायल टेस्ट इंडिकेटर लीवर और स्क्राल के सिद्धान्त पर कार्य
करता है यह स्क्राल की चाल पर निर्भर करता है| इसके आगे वाले सिरे पर
एक स्टाइलस लगा होता है तथा स्टाइलस के अगले भाग पर एक गेंद बनी होती है| लीवर टाइप डायल टेस्ट
इंडिकेटर का उपयोग ऐसी जगह किया जाता है, जहां पर प्लन्जर टाइप डायल टेस्ट इंडिकेटर
का प्रयोग नहीं किया जा सकता हो|
डायल टेस्ट इंडिकेटर का
अल्पतमांक-
मिट्रिक प्रणाली में इसका
अल्पतमांक 0.01 मिमी होता है। ब्रिटिश
प्रणाली में डायल टेस्ट इंडिकेटर का अल्पतमांक 0.001 इंच होता हैं।
नोट- डायल टेस्ट इंडिकेटर विभिन्न
प्रकार के स्टैण्ड के साथ प्रयोग किये जाते है।
1. कॉस्ट आयरन आधार के साथ साधारण
होल्डर
2. फ्लैक्सी पोस्ट के साथ
चुम्बकीय स्टैण्ड
3. युनिवर्सल क्लैम्प के
साथ चुम्बकीय स्टैण्ड
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