P-N जक्शन डायोड
P-N जक्शन डायोड दो टर्मिनल वाली P-N जक्शन से निर्मित एक युक्ति है जिसमें धारा का प्रवाह एक ही दिशा में होता है। धारा प्रवाह के विपरीत दिशा में यह युक्ति अत्यधिक प्रतिरोध प्रस्तुत करती है। इलेक्ट्रॉनिक परिपथों में डायोड का प्रयोग स्विच की भाँति किया जाता है। इसके अतिरिक्त इसे रेक्टिफायर परिपथ में A.C. को D.C. में परिवर्तित करने के लिए भी प्रयुक्त किया जाता है।
P-N जक्शन डायोड के प्रकार-
1. जर्मेनियम डायोड, 2. सिलिकॉन डायोड
1. जर्मेनियम डायोड- यह डायोड जर्मेनियम नामक तत्व से तैयार किए जाते है। इसमें P-टाइप
तथा n-टाइप क्रिस्टलों को ऊष्मा प्रक्रिया द्वारा जोड़ा जाता है। इसका उपयोग
रेडियो तथा टीवी रिसीवर में डिटेक्शन के लिए किया जाता है। इसका विभव प्राचीर 0.1 वोल्ट से 0.3 वोल्ट तक होता है।
2. सिलिकॉन डायोड- सिलीकॉन डायोड, सिलिकॉन नामक तत्व से तैयार किए गए P- टाइप तथा n-टाइप
क्रिस्टलों को ऊष्मा प्रक्रिया द्वारा जोड़कर बनाए जाते हैं। इसका उपयोग
रेक्टिफिकेशन के लिए किया जाता है। इस कार्य के लिए 1000 वोल्ट तथा 10 एम्पियर तक विद्युत
धारा क्षमता वाले सिलिकॉन डायोड बनाए जाते है। इसका विभव प्राचीर 0.7 वोल्ट तक
होता है।
नोट- 1. फारवर्ड वायसिंग में P-N जक्शन डायोड एक बंद स्विच(शार्ट परिपथ)
की भाँती कार्य करता है।
2. रिवर्स वायसिंग में P-N जंक्शन
डायोड एक ओपन स्विच(खुला परिपथ) की भाँती कार्य करता है।
फारवर्ड वयसिंग(Forward biasing)-
कुछ विशिष्ट प्रकार
के डायोड्स-
1. प्रकाश उत्सर्जक डायोड(Light Emitting Diode):- यह एक प्रकाशोत्पादक डायोड है। यह गैलियम आर्सेनाइड या गैलियम फास्टफाइड नामक यौगिक से बनाया जाता है। यह प्राय: 4 रंगों में बनाया जाता है।
2. वैरेक्टर डायोड(Varactor Diode):- रिवर्स वायसिंग अवस्था में प्रयोग होने वाला यह डायोड एक संधारित्र की भांति प्रयोग किया जाता है। इसे वेरीकैप डायोड भी कहते हैं।
3. जीनर डायोड(Zener Diode):- जीनर डायोड एक उच्च डोपिंग वाला सिलीकान अर्द्धचालक डायोड है, जो विशेष रूप से रिवर्स ब्रेकडाउन क्षेत्र में प्रचालित करने हेतु बनाया जाता है। इसे ब्रेकडाउन डायोड भी कहते है। इसका उपयोग वोल्टेज रेगुलेटर के रूप में किया जाता है।
4. फोटो-कण्डक्टिव डायोड(Photo-Conductive Diode):- यह एक प्रकार का प्रकाश चालित स्विच है, जो रिवर्स वायसिंग अवस्था में कार्य करता है। यह प्रकाश किरणे पड़ने पर अपने प्रतिरोध को अत्यधिक घटा लेता है जिस कारण परिपथ में रिवर्स धारा प्रवाहित होती है और परिपथ ऑन हो जाता है। इसका उपयोग फोटो कैमरे में स्वचालित स्विच के रूप में तथा अन्य यंत्रों में फोटो स्विचिंग युक्ति के रूप में किया जाता है।
हीट सिंक(Heat Sink):- डायोड जक्शन तापमान बढ़ने के कारण विद्युत शक्ति, ऊष्मा के रूप में छय होती है। अतः अधिक धारा बहन क्षमता वाली ठोस अवस्था पर एक ऊष्मा विकिरण खोल चढ़ाया जाता है, जो हीट सिंक कहलाता है। यह खोल ढ़लवा एल्युमिनियम से बनाया जाता है।
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