मनुष्य के दैनिक जीवन में बहुत सी ऐसी वस्तुएं प्रयोग की जाती हैं जो धातु चादर से बनी होती हैं जैसे संदूक, डिब्बे, ट्रे, कीप, आदि। बड़े से बड़े और छोटे से छोटे उद्योगों में भी शीट मेटल का कार्य बहुत महत्वपूर्ण है जैसे उद्योगों में बड़े टैंक, हवाई जहाज, समुद्री जहाज, मोटर कार इत्यादि।
धातु चादर कार्य में प्रयुक्त विभिन्न शब्दों के अर्थ-
धातु चादर:- किसी भी प्रकार की चादर जो 1/8 इंच से पतली हो धातु चादर कहलाती है।
बीडिंग:- गोल पाइप के सिरे के चारों ओर धातु की पट्टी उठाने (कालर बनाने) का प्रक्रम।
ब्राइसिंग:- गोल शीर्ष हथौड़े से धातु खंड को चोट देते हुए खींचने की विधि । जैसे कटोरा बनाना।
ब्रेक:- वह मशीन जो कारीगर धातु पर कोर को मोड़ने(bending) तथा तह (folding)करने के लिए उपयोग करता है।
बरिंग:- धातु के वृत्ताकार खंड पर कोर को मोड़ने का प्रक्रम।
क्रिम्पिंग:- गोल पाइप के सिरे को छोटा बनाने के लिए नालीदार बनाने का प्रक्रम, जिससे की वह दुसरे पाइप के सिरे में फिट हो जाये।
कोरें:- चादर के किनारों पर दृढ़ता प्रदान करने के लिए तथा कोनों को बिलोपित करने के लिए मोड़ना।
रूपण:- वस्तुओं को बनाने के लिए धातु चादर को पाइप में रोलिंग करना।
गेज:- धातु चादर की मोटाई को वर्गीकृत करने की पद्धति।
पिकल:- धातु को अम्ल में डूबकर उसकी ऑक्साइड व गन्दगी को साफ करना।
स्वेज:- एक विशेष प्रकार का फोर्जन टूल जो चिकना तथा परिष्करण के लिए उपयोग होता है।
टिनिंग:- धातु को गलित सोल्डर से आवरण करना।
प्लेनिश:- धातु की सतह को हथौड़े की चोट देते हुए चिकना करना।
शीट मेटल के प्रकार:- किसी भी वस्तु का निर्माण करने के लिए विभिन्न प्रकार के धातु चादरों का प्रयोग किया जाता है।
1. काली लोहे की चादर(Black iron Sheets)
2. टिन्ड सीट(Tinned Plate)
3. जस्ताकृत लोहे की चादर(Galvanised Iron Sheets)
4. स्टेनलेस चादर(Stainless Steets)
5. तांबे की चादर(Coper Sheets)
6. पीतल की चादर(Brass Sheets)
7. एलमुनियम की चादर(Aluminium sheets)
8. सीसे की चादर(Lead Sheet)
1. काली लोहे की चादर(Black iron sheets):- इस प्रकार की चादर मृदु इस्पात या रॉट आयरन की रोलिंग द्वारा वांछित मोटाई की बनाई जाती हैं। इसे प्रायः गैर लेपित चद्दर कहते है। वायुमंडल के प्रभाव से इनमें जंग जल्दी लगता है। इसका प्रयोग वहा होता है जहां बाद में रंगाई की जरुरत होती है। इसका प्रयोग टंकी, टैंक, बाल्टिया आदि बनाने के लिए किया जाता है।
2. टिन्ड चद्दर(Tinned Plate):- लोहे के चादरों पर टीन का लेप किया जाता है ताकि जंग न लगे चमक आ जाए तथा देखने में सुंदर लगे। चादरों पर टिन चढ़ाने की इस क्रिया को टिनिंग कहते हैं। इसका इस्तेमाल खाद्य सामग्री रखने के बर्तन, डेरी के उपकरण, कैन, कढ़ाई आदि बनाने में किया जाता है।
3. जस्ताकृत लोहे की चादर(Galvanised Iron sheets):- इसके ऊपर जस्ते की कोटिंग की जाती हैं। इसका लोकप्रिय नाम जी आई शीट भी है। इसकी वजह से लोहे पर जंग नहीं लगता है तथा इनको वातावरण में खुला रखा जा सकता है। इनका प्रयोग अधिकतर घरेलू सामान जैसे बाल्टी टैंक अनाज रखने की टंकी संदूक बाद बसों की बाटी खादी बनाई जाती है।
4. स्टेनलेस चादर(Stainless steets):- यह निकिल क्रोमियम तथा अन्य धातुओं का अलॉय होता है। इसकी संक्षारण रोधकता अच्छी होती है तथा इसकी आसानी से वेल्डिंग भी किया जा सकता है। इस पर जंग आदि का प्रभाव कम पड़ता है जिससे इसका अधिकतर प्रयोग घरेलू बर्तन, डॉक्टरी के सामान तथा केमिकल इंडस्ट्रीज में किया जाता है।
5. तांबे की चद्दर(Coper sheets):- तांबे की छड़ों को ठंडी या तप्त रोल करके यह चादर बनाई जाती है।अन्य धातुओं की अपेक्षा इसकी चादर देखने में अच्छी होती है। इसका प्रयोग घरेलू बर्तन तथा बिजली के सामान बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि यह धातु या चादर बहुत ही डक्टाइल होता है इसलिए इस पर कार्विंग तथा डिजाइन का कार्य आसानी से किया जाता है।
6. पीतल की चादर(Brass Sheets):- यह ताबे तथा जस्ते का मिश्रण होता है पीतल के छड़ों को रोल करके विभिन्न भागों में तैयार किया जाता है। इनका प्रयोग घरेलू बर्तनों के लिए किया जाता है इनको सोल्डरिंग तथा ब्रेजिंग करके आसानी से जुड़ा जाता है।
7. एलमुनियम की चादर(Aluminium sheets):- इसे शुद्ध रूप में इस्तेमाल नही किया जा सकता इसलिए इसमें थोड़ी मात्रा में ताँबा, सिलिकॉन, मैंगनीज तथा लोहा मिलाया जाता है। यह भार में हल्का होता है इसका प्रयोग हवाई जहाज बनाने घरेलू बर्तन आदि बनाने के लिए किया जाता है।इनको भिन्न-भिन्न रंगों में रंगा जा सकता है इसलिए इसका प्रयोग नकली गहने बनाने के लिए भी किया जाता है।
8. सीसे की चादर(Lead Sheet):- सीसा बहुत ही मुलायम तथा भारी होती हैं। इसका प्रयोग इसका उपयोग उच्च संक्षारण रोधी जैसे तेजाब की टंकी तथा पैकिंग आदि के लिए किया जाता है।
शीट मेटल में प्रयुक्त औजार व उपकरण
इसमें विभिन्न प्रकार के औजार तथा उपकरण प्रयोग किए जाते हैं
- मापक औजार(Measuring Tools):-
1. स्टील रुल
2. वाह्य माइक्रोमीटर
3. वर्नियर कैलीपर
4. कम्बिनेशन सैट
5. वायर गेज
6. रेडियस गेज
- मार्किंग औजार(Marking Tools):-
1. टिनमैन्स 'L' स्क्वायर
2. सक्रेच आउल
3. स्ट्रेट स्क्राइबर
4. बैंड स्क्राइबर
5. पंच
6. ट्राई स्क्वायर
7. विंग कम्पास
8. ट्रेमल
9. जैनी कैलीपर
10. सरफेस प्लेट
11. टिम्पर
12. मार्किंग टेबल
- उत्पाद औजार(Production Tools):-
1. स्निप्स
2. टिनमैन्स हथौड़ा
3. लकड़ी का हथौड़ा
4. बाॅल पिन हथौड़ा
5. स्ट्रेट एज
6. टेम्पलेट
7. सोल्डरिंग आयरन
8. ब्लो लैंप
9. हाथ के खांचे
10. स्टेक्स
11. सरफेस प्लेट
12. रिवेटिंग औजार, डौली स्टेप्स आदि
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